प्रोफ़ेसर डॉ उयूर दूनन ने कहा कि पिछले वर्षों में, उन्हें पता चला कि पालू जिले में रेलवे सुरंग सीधे पूर्व अनातोलियन फॉल्ट लाइन से ऊपर है और उन्होंने इस सुरंग में दोष निगरानी उपकरणों को रखा है।
इलाज़िग में आए 6,8 तीव्रता के भूकंप के बाद, वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में अपनी पढ़ाई जारी रखी है।
वह वैज्ञानिकों में से एक हैं। डॉ उयूर दूनन ने कहा कि पिछले वर्षों में, उन्हें पता चला कि पालू जिले में रेलवे सुरंग सीधे पूर्व अनातोलियन फॉल्ट लाइन से ऊपर है और उन्होंने इस सुरंग में दोष निगरानी उपकरणों को रखा है।
गलती से गतिशीलता के कारण सक्रिय रूप से इस्तेमाल की गई रेल लाइन पर सुरंग में थोड़ा नुकसान हुआ।
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